ॐ ह्रीं अ सि आ उ सा नमः स्वाहा ।।
(यह मंत्र प्रतिदिन सूर्योदय के समय शुद्ध भावपूर्वक पूर्व दिशा में मुख करके 108 बार जपना चाहिए)